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शिक्षा मधुबन(विद्यालय) में माली(शिक्षक) नन्हें पौधे(विद्यार्थी) को खाद-पानी(शिक्षा) दे कर एक सुगंधित,मनमोहक और फलदार वृक्ष(काबिल इंसान) बनाता है।

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GSM TEACHER - 'शाला सुधार कार्य योजना' के तहत शाला को प्रथम स्थान दिलाने वाले शिक्षक SANTOSH KUMAR KAUSHIK

शिक्षक परिचय
नाम-- संतोष कुमार कौशिक
पद-- शिक्षक (एल.बी.)
कार्यरत संस्था-- शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ककेड़ी
संकुल- सरगांव
विकासखंड--पथरिया
जिल-मुंगेली (छत्तीसगढ़)
 शैक्षणिक योग्यता--एम.ए.(हिन्दी,अर्थशास्त्र,समाजशास्त्र)
 व्यावसायिक योग्यता--डी.एड., बी.एड.
प्रथम नियुक्ति दिनांक--05-12-1998
वर्तमान पद पर नियुक्ति,कार्यभार ग्रहण दिनांक-- 12-07-2006
मोबाइल नंबर--9753672274
भूमिका-----मुझे बहुत खुशी है कि मैं एक शिक्षक हूं।मेरी इच्छा थी कि मैं ऐसे पद पर रहूं, जिसमें समाज के बीच में रहकर कार्य कर सकूं।मुझे दिनांक- 05-12-1998 से शिक्षक पद में कार्य करने का सौभाग्य मिला।मैं अपनी पिछली शाला में लगन से बच्चों के हित में कार्य किया। वर्तमान शाला में दिनांक- 12-07-2006 से मेरी पदोन्नति शिक्षाकर्मी वर्ग 2 के रूप में शासकीय उन्नत पूर्व माध्यमिक शाला ककेड़ी में हुआ।उस समय प्राथमिक शाला से उन्नत हुई थी, जिसकी वजह से हमारे पास भौतिक संसाधन कुछ नहीं थे। स्कूल का प्रभारी प्रधान पाठक का कार्य मुझे मिला।प्रारंभ में हम लोग तीन शिक्षक और एक कक्षा थी।प्राथमिक शाला का हमें एक कमरा प्राप्त हुआ।जिसमें हम लोग अध्यापन का कार्य एवं शाला का संचालन करते थे।लगभग डेढ़ वर्षो के बाद शाला भवन पूर्व माध्यमिक शाला का निर्माण हुआ। मुझे पूर्व माध्यमिक शाला कार्य का अनुभव कम था।संकुल समन्वयक व सीनियर शिक्षक थे, उसे मैं पूछ कर अपना कार्य करता था।मेरी मेहनत एवं साथी शिक्षक के सहयोग से सफल प्रभारी प्रधान पाठक कार्य करते हुए संकुल स्तर पर 'शाला सुधार कार्य योजना' के तहत प्रथम स्थान शाला को प्राप्त हुआ।मेरे कार्य को देखते हुए विकासखंड स्तर से ब्लॉक समन्वयक एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी के सहयोग से सरकारी योजना के अंतर्गत चार कंप्यूटर हमारी शाला को प्राप्त हुआ। मेरे द्वारा स्कूल में वृक्षारोपण का कार्य सतत रूप से करते रहा।हमारे बच्चों,शिक्षक साथियों एवं समुदाय का सहयोग मिला।जिसके फलस्वरूप आज शाला परिसर हरी-भरी दिखाई दे रही है।मैं हमेशा सोचता हूं कि अपने शाला में कुछ ऐसे कार्य करूं,जिसमें मेरे बच्चों एवं समाज को लाभ मिल सके।वर्तमान में एक शिक्षक के रूप में शाला का विकास एवं बच्चों के हित में कार्य करते रहता हूं।
विद्यालय परिचय

शाला--शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ककेड़ी
 संकुल--सरगांव 
विकासखंड--पथरिया
 जिला-- मुंगेली (छत्तीसगढ़)   शाला डाइस कोड--22192109202
शाला स्थापना वर्ष--16-06-2006
भूमिका--👆शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय ककेड़ी 2006 में यहां प्राथमिक शाला से पूर्व माध्यमिक शाला के रूप में उन्नत हुई। दिनांक-12-07-2006 से दिनांक-08-07-2012 तक,मैं प्रभारी प्रधान पाठक रहते हुए, विद्यालय ब्लॉक स्तर पर टॉप टेन में पहुंचा। जिसके फलस्वरूप चार कंप्यूटर शाला को प्राप्त हुआ। ब्लॉक स्तर पर आयोजित मतदान का अधिकार चित्र प्रतियोगिता में मेरी शाला की बालिका प्रथम स्थान प्राप्त किया। संकुल स्तर पर शाला सुधार प्रतियोगिता में भी शाला को प्रथम स्थान मिला। शिक्षा सत्र-- 2017-18 में मुझे ब्लॉक स्तर पर शिक्षक सम्मान मिला।
             श्री भरत लाल वर्मा प्रधान पाठक पद पर दिनांक-09-07-2012 से शाला का कार्यभार ग्रहण किए। अपने कार्यकाल में शाला का सफल संचालन करते हुए शिक्षा सत्र 2017-18 में संकुल स्तरीय खेल प्रतियोगिता में,सामूहिक खेल कबड्डी बालक वर्ग में प्रथम व खो-खो में द्वितीय स्थान तथा बालिका वर्ग कबड्डी व खो-खो में द्वितीय स्थान प्राप्त कर शाला का नाम रोशन किया गया।विद्यालय के सभी शिक्षक शाला के सभी गतिविधियों में सहयोग करते हैं।



मेरे द्वारा स्व रचित कविता का कुछ अंश पढ़ें--

 हमारे मित्र एवं शिक्षक साथी के लिए--

सभी शिक्षक साथी अपने स्कूल में पढ़ाते हैं।
नई नई विधाओं से बच्चों को समझाते हैं।।
बच्चे तो होते अच्छे, संस्कार देते रहिए।
आज के बच्चे कल के नागरिक होंगे, रास्ते बताते रहिए।।
नवाचार स्कूल तक ही सीमित नहीं, उसे आगे बढ़ाएं।
ईश्वर से मांगते हैं हम,आपके लिए शुभकामनाएं।।

  बच्चों के लिए संदेश----

नम्र सदा तुम रहना प्यारे, तभीश्रेष्ठ कहलाओगे। 
नम्र रहोगे तभी बालकों,जीवन कली खिलाओगे।।
 नम्र भाव से गुस्सा तजकर, दुश्मन भी झुक जाते हैं।
 माता-पिता भी खुश रहते, नम्र तुम्हें जब पाते हैं।।
 श्री कृष्ण जी ने नम्र भाव का, अनुपम पाठ पढ़ाए। 
विदुर भवन में भाजी खा कर, सदा नम्र दिखाए।।
नम्र भाव को अपनाकर,जीवन सफल बनाएं।
ईश्वर से मांगते हैं हम,आपके लिए शुभकामनाएं।।

 स्वयं के लिए

लेखक हूं,ना कवि हूं, लिखता हूं दिल की बातें।
 बच्चों के बारे में सोचता हूं, दिन रातें।।
गलती हो तो क्षमा कीजिए, ये है हमारी भावनाएं। 
ईश्वर से मांगते हैं हम,आपके लिए शुभकामनाएं।। 
मुझे ना सर पर ताज चाहिए,ना दुनिया पर राज चाहिए।
इतना ही मांगू ईश्वर से,कोई गरीब, अनपढ़ ,भूखा नहीं होना चाहिए।।

उपलब्धि,सम्मान एवं विद्यालय की गतिविधिया---

1. छत्तीसगढ़ के शिक्षा सचिव श्रीमान डॉ.आलोक शुक्ला जी के वेबसाइट से संबंधित नई दुनिया में प्रकाशित दिनांक- 25-08-2020 समाचार में मेरा नाम संस्कृत के सरल गद्यांश का शुद्ध वाचन एवं बापूजी से जुड़ी पांच चीजों का शिक्षण कार्य के संबंध में उल्लेख हुआ।
2.ZIIEI श्री अरविंदो सोसाइटी शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार एवं जिला अंतर्गत कबाड़ से जुगाड़ मॉडल प्रदर्शनी में सहभागिता निभाई।

3. जिला स्तरीय शून्य निवेश नवाचार मॉडल प्रदर्शनी में जिला से चयनित होकर अपने विकासखंड का प्रतिनिधित्व करते हुए माध्यमिक स्तर का नवाचार मॉडल का प्रदर्शन जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान पेंड्रा बिलासपुर में सहभागिता निभाई।
4. छत्तीसगढ़ के शिक्षा सचिव श्रीमान डॉ.आलोक शुक्ला जी के वेबसाइट पर नवाचारी शिक्षक के रूप में कराए गए शिक्षण कार्य को स्थान प्राप्त हुआ।

आज की नवाचारी गतिविधियाँ

1. संतोष कुमार कौशिक, ककेड़ी, पथरिया, मुंगेली के द्वारा संस्कृत के सरल गद्यांश का शुद्ध वाचन सिखाने की गतिविधि :- आदर्श बालक

2.संतोष कुमार कौशिक, ककेड़ी, पथरिया, मुंगेली के द्वारा संस्कृत के सरल गद्यांश का शुद्ध वाचन सिखाने की गतिविधि :- बालक:ध्रुव:

3. संतोष कुमार कौशिक, ककेड़ी, पथरिया, मुंगेली के द्वारा  बापूजी से जुड़ी वे पांच चीजें जिसकी मदद से पूरा हुआ गांधी जी से महात्मा बनने का सफर बताने की गतिविधि :- बापू जी की पांच वस्तुएं

4. संतोष कुमार कौशिक, ककेड़ी, पथरिया, मुंगेली के द्वारा संस्कृत के शब्द रूप के बारे में जानकारी देने की गतिविधि :- शब्द रूप

5.संतोष कुमार कौशिक, ककेड़ी, पथरिया, मुंगेली के द्वारा बच्चों में रचनात्मकता निर्णय लेने की क्षमता, समस्या विश्लेषण एवं समाधान तथा नेतृत्व क्षमता का विकास करने की गतिविधि :- बाल संसद

6. संतोष कुमार कौशिक, ककेड़ी, पथरिया, मुंगेली के द्वारा संस्कृत के सरल गद्यांश का शुद्ध वाचन कराने की गतिविधि :- बुभुक्षिता लोमशा
5. श्रीमान डॉ.आलोक शुक्ला जी किलोल पत्रिका के संपादक द्वारा शिक्षकों में कार्य कुशलता को निखारने के लिए तथा बच्चों में मनोरंजन एवं ज्ञान की वृद्धि के लिए प्रति माह किलोल पत्रिका प्रकाशित करते हैं। जिसमें 'माह नवंबर 2019 से माह सितंबर 2020 तक' मेरी कुल रचनाएं 29 एवं मेरे शाला के बच्चों की पांच रचनाएं प्रकाशित हुई है ।
6. 'मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा योजना' के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर के रूप में विकासखंड का प्रतिनिधित्व करते हुए एस.सी.ई.आर.टी./डाइट रायपुर में दो दिवसीयआवासीय प्रशिक्षण प्राप्त किया।


7. विकासखंड स्तर पर मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम में ब्लॉक समन्वयक के सहयोग से मास्टर ट्रेनर के रूप में विकासखंड के प्रत्येक संकुल से 4-4 शिक्षकों का प्रशिक्षण दिया गया,जिसमें हमारे सम्मानीय सर डाइट पेंड्रा से डॉक्टर मुखर्जी सर उपस्थित रहे।
8. लॉकडाउन में समय का उपयोग करते हुए तथा स्वयं के कार्य क्षमता में वृद्धि एवं ज्ञान हेतु मेरे द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण द टीचर ऐप में 66,चॉकलेट ऐप में 12 एवं अन्य ऐप के माध्यम 05सर्टिफिकेट प्राप्त किया।
9.संकुल स्तरीय शाला सुधार योजना के तहत विद्यालय को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
10. विकासखंड स्तरीय राष्ट्रीय मतदाता दिवस चित्र प्रतियोगिता में शाला की बालिका को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।

11.संकुल स्तरीय खेल प्रतियोगिता शिक्षा सत्र 2017-18 में सामूहिक खेल कबड्डी बालक वर्ग में प्रथम व खो खो में द्वितीय स्थान तथा तथा बालिका वर्ग कबड्डी व खो-खो में द्वितीय स्थान प्राप्त कर शाला का नाम रोशन किया।
12. लॉक डाउन की वजह से स्कूल बंद के कारण बच्चों को पढ़ाई हेतु 'पढ़ई तुहंर दुवार'के तहत cgschool.in में मेरे द्वारा ऑनलाइन क्लास लिया जा रहा है।
13.विद्यालय में शिक्षण कार्य करने हेतु शिक्षण सामग्री एवं मॉडल का निर्माण--




13. विद्यालय का आंतरिक एवं बाहरी परिवेश--



14. विद्यालय में किचन गार्डन के माध्यम से बच्चों में कृषि एवं सब्जी उत्पादन की प्रक्रिया को सिखाने हेतु अनुभवी पालकों को बुलाकर पलिया बनाने व सब्जियों के बीज की बुवाई  की प्रक्रिया को सिखाया गया।

15. विद्यालय में बाल कैबिनेट का गठन--- बाल कैबिनेट के माध्यम से शाला में किचन गार्डन, वृक्षारोपण, विद्यालय की साफ सफाई, साथी बच्चों गृह कार्य में सहयोग, शिक्षण कार्य में सहयोग, प्रार्थना में प्रेरक वाक्य ,सूक्तियां आज का समाचार वाचन का कार्य, चोटी प्रतियोगिता, प्रत्येक शनिवार को योग, ईश्वर प्रार्थना, राष्ट्रीय त्यौहार पर सांस्कृतिक कार्यक्रम। 
महापुरुषों की जयंती पर कार्यक्रम, शिक्षक एवं बालक का विद्यालय स्तर पर जन्मदिन मनाना,स्थानीय त्यौहार पर विद्यालय में कार्यक्रम, कक्षा आठवीं के बच्चों का विदाई कार्यक्रम आदि कार्य कराया जाता है।
बाल कैबिनेट का गठन एवं कार्य-
बाल कैबिनेट के सदस्य एवं शिक्षकों के द्वारा वृक्षारोपण---

बच्चों एवं शिक्षकों के जन्मदिन पर जन्मोत्सव कार्यक्रम--
विद्यालय में राष्ट्रीय त्यौहार, स्थानीय त्यौहार , शिक्षक दिवस एवं महापुरुषों की जयंती पर कार्यक्रम--
विद्यालय में बाल कैबिनेट के छात्रों द्वारा हाथ धुलाई करने का तरीका सिखाया गया--
बाल कैबिनेट के सदस्य द्वारा पाठ का अभिनय के माध्यम से प्रदर्शन एवं साथी को शिक्षण कार्य में सहयोग करना---
विद्यालय में बालिकाओं का चोटी प्रतियोगिता--
कक्षा आठवी के छात्रों को कक्षा छठवी एवं सातवी के बच्चों द्वारा प्रेरक सूक्तियां लिखे हुए कार्ड बनाकर कलम के साथ भेंट देते हुए विदाई दिया गया तथा कक्षा आठवीं के छात्रों द्वारा विद्यालय को मां सरस्वती की प्रतिमा भेंट किया गया।
विद्यालय में बाल कैबिनेट के सदस्यों द्वारा प्रत्येक शनिवार को योग, प्रार्थना ,सूक्तियां वाचन कार्यक्रम--
विद्यालय में माता उन्मुखीकरण एवं सामुदायिक सहभागिता--














 

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