📖 शिक्षक की गोद में निर्माण और प्रलय दोनों पलते हैं ...........शिक्षक की महत्वता को प्रकट करने के लिए ...यह कथन काफी है 📱
मैं मनीष जालान सहायक शिक्षक 24 June 2005 से प्रा .शा .गोलाबहरा की वाटिका में माली के दायित्वों का निर्वहन कर रहा हूँ। मैं विगत चार वर्षो से सरस्वती शिशु मंदिर में अध्यापक का कार्य कर रहा था ...यहाँ आने पर अटपटा सा लगा ...बच्चों का पहनावा उनका व्यवहार ..सब कुछ ...
फिर मैने बच्चों को मूलधारा से जोड़ने का प्रयास किया।
इस उद्देश्य से गांवों में शिक्षा का प्रचार प्रसार किया जिसमें पालक समुदाय शिक्षा के प्रति जागरूक रहे बच्चों की सर्वांगीण विकास में अपनी सहभगिता निभाये ।
पालको को शाला व शिक्षा से जोड़ने के लिये विभिन्न कार्यक्रम माता उन्मुखीकरण ,पालक संघ ,शाला प्रबंध समिति बच्चों का कार्यक्रम बाल मेला आदि का आयोजन किया जाता है जिसमे विद्यालय के बच्चों को पालको के द्वारा स्थानीय गीत ,कहानी एवम नृत्य सीखाया जाता है ।
विद्यालय के सभी विद्यार्थियों को समय समय पर स्टेशनरी प्रदाय का कार्य किया जाता है ...जिसमे प्रभारी शिक्षक SMस एवं समुदाय का भी सहयोग रहता है ....इस वर्ष ठंड से बचने के लिये गर्म कपड़े बाटने की योजना है .....हमारा विद्यालय एक कक्षीय है ....भवन का आभाव होने पर अपने स्तर पर व्यवस्था की गई है ....।
विद्यालय में सभी विद्यार्थियों का जन्म दिवस मनाना जिसमे बच्चे उस दिन बहुत उत्साही नजर आते है और उसी दिन मनोरंजक कार्यक्रम गीत कविता का आयोजन किया जाता है ।
शिक्षा मड़ई कार्यक्रम में विद्यालय के बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई और बहुत सारे इनाम अपने नाम किये ।
विद्यालय में चित्र कला क्राफ्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिसमे सभी बच्चे बढ़ चढ कर हिस्सा लेते है ।
बच्चों को प्रभावी शिक्षा दे सकूँ ..इस हेतु मेरे द्वारा विभिन्न प्रकार के Online प्रशिक्षण भी लिया गया ..वर्तमान में लक्ष्यवेध के मंच पर जिला स्रोत समूह सदस्य के रूप में प्रशिक्षक का कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ .....व्यावसायिक परिवार से होने के कारण नकारात्मक तत्वों द्वारा मुझे गलत ठहराने का प्रयास किया गया ...पर मैंने परवाह नहीं की ..मैंने चुनाव जनगणना जैसे कार्य भी निष्ठा के साथ किये है ....विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मंच संचालन का कार्य किया है .....वर्तमान कोरोना काल में बच्चों को online और offline शिक्षा देने का प्रयास किया है ....
💥 शांत समुद्र कभी भी हमें ..कुशल नाविक नहीं बना सकता 💥
🙏लोगों में आस पैदा करेंगे ....
लोगो में विश्वास पैदा करेंगे .....
अरे मिट्टी की क्या बात है .............
हम पत्थरों में घास पैदा करेंगे 🙏
No comments:
Post a Comment