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शिक्षा मधुबन(विद्यालय) में माली(शिक्षक) नन्हें पौधे(विद्यार्थी) को खाद-पानी(शिक्षा) दे कर एक सुगंधित,मनमोहक और फलदार वृक्ष(काबिल इंसान) बनाता है।

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GSM TEACHER - आदिवासी बाहुल्य स्कूल को कर्मभूमि बनाकर कायाकल्प करने वाले शिक्षक Shrikant Singh Bhariya

 

श्रीकांत सिंह, सहायक शिक्षक, प्राथमिक शाला गढ़कटरा, कोरबा

मैंने 2006 में घर से दूर एक वनांचल आदिवासी बाहुल्य स्कूल को अपनी कर्मभूमि चुना। जबकि मुझे अपने गाँव के पास ही पोस्टिंग मिल रही थी। मैंने अपने 13 साल के शिक्षकीय जीवन में बच्चों की सर्वांगीण विकास को हमेशा सर्वोपरि रखा। बच्चों को आधुनिक तकनीक की शिक्षा देने अपनी LIC की 75,000₹ खर्च किया। इस राशि से बच्चों के लिए लैपटॉप, प्रोजेक्टर, पर्दा आदि खरीदा। शिक्षादूत पुरूस्कार राशि से smart tv क्रय किया। शाला के सजावट पर स्वयं से 8000₹ खर्च किया। हमेशा बच्चों को एक नेक इंसान बनने की प्रेरणा दी। बच्चों को सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न रख जीवन मूल्य, पर्यावरण, स्वच्छता और वर्तमान परिवेश से जोड़ा है। दूरस्थ विद्यालय में स्काउटिंग की शुरुआत की है। बच्चों के फ़टे कपड़े ख़ुद सिलाई करते हैं। प्रतिवर्ष बाल केबिनेट गठन चुनावी प्रक्रिया द्वारा करते हैं।
शाला सुरक्षा से लेकर बच्चों के विकास में पालक समुदाय की एक अहम भूमिका होती है। 13 वर्षों की मेहनत का परिणाम है कि आज उनमे शिक्षा के प्रति एक सकारात्मक सोच का विकास हुआ है। समुदाय के सहयोग से निम्न कार्यों में हम सफल हुए हैं:-

निरन्तर पालक संपर्क और मासिक बैठक द्वारा द्वारा पालकों को बच्चों की अध्यापन स्थितियों से परिचित कराना।

प्रतिवर्ष श्रमदान द्वारा बाँस बल्ली से अहाता निर्माण।

स्काउट गणवेश व् शाला विकास हेतु 32,000₹ का सहयोग।

जालीदार अहाता निर्माण हेतु 18,000₹  सामग्री और 42,253₹ का सहयोग।

समुदाय के सहयोग से सिलाई मशीन प्राप्त करना।

स्वसहायता समूह द्वारा किचन गार्डन का विकास।

शाला व समुदाय द्वारा मिलकर गाँव में स्वच्छता अभियान चलाना।

मार्च 2018 में जब स्वयं के खर्च पर स्मार्ट क्लास की शुरुआत की तो उसने बहुतो शिक्षकों को प्रभावित किया और बहुत से शिक्षक साथियों ने स्वयं के खर्च पर शाला का विकास किया। कबाड़ से जुगाड़, नवाचारी गतिविधि, पालक बालक खेल उत्सव, क्लीन स्कूल_ग्रीन स्कूल हमारे इन सभी योजनाओं को अन्य विद्यालयों ने अपनाया। संकुल से लेकर जिला स्तर और अन्य जिले के साथी शाला विकास पर मुझसे सुझाव लेते रहते हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में निरन्तर बदलाव हो रहा है। इसके अनुरूप स्वयं को भी बदलना होता है। मैं विभागीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों में नियमित भाग लेता हूँ। विभाग और डाईट की ओर से दी जाने वाली हर जिम्मेदारी को निभाने का प्रयास करता हूँ। मैंने अपनी दक्षता वृद्धि हेतु डी एड, बी एड के साथ ही समय समय पर आयोजित होने वाले विभिन्न ऑनलाइन कोर्स जैसे स्कूल लीडरशीप प्रोग्राम,  बाल उत्पीड़न आदि में भाग लेता हूँ और दूसरों को भी प्रेरित करता हूँ। शाला में सभी विषयों की पेंटिंग साथी शिक्षक के सहयोग से किया है।
सामाजिक सरोकार के विषय हमेशा से मेरे लिए प्रेरणादायी और रुचिकर रहे हैं। इसलिए शाला समय के पूर्व व बाद मैं सामाजिक सेवा के कार्यों में जुट जाता हूँ। इसके लिए विद्यालय से 20 KM के दायरे में आने वाले लगभग 15 गाँवों को अपना कार्य क्षेत्र बनाया है। विगत 3 वर्षों से इन गाँवों में लोगों की विभिन्न तरीके से मदद कर रहां हूँ।

 
समुदाय के लिए प्रतिवर्ष “पालक-बालक खेल उत्सव” का आयोजन।

ग्राम धनगांव में महिलाओं के लिए निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना।

120 गरीब परिवारों को निःशुल्क कम्बल वितरण।
150 से अधिक बच्चों को स्वेटर वितरण।

40 बच्चों को जूते मोज़े का वितरण।

200 से अधिक बच्चों को निःशुल्क स्टेशनरी वितरण।

उच्च अध्ययन हेतु लड़कियों को आर्थिक सहयोग।

जरूरतमन्द 150 महिलाओं को साड़ियों का वितरण।
33 बच्चों को निःशुल्क स्कूल बैग वितरण।

200 से अधिक बच्चों को कपड़ों का वितरण। इसके अलावा सभी गाँवों में जरूरत मंदों को कपड़े, जुते, साल स्वेटर का वितरण।
3 वर्ष पूर्व यह कार्य अकेले शुरू किया था पर आज मेरे सहयोगी के रूप में दिल्ली, मुम्बई, भिलाई, बिलासपर, कोरबा और मेरे शिक्षक साथी को लेकर 50 से अधिक साथी जुड़ चुके हैं।




उपलब्धियां और सम्मान 
1.अक्षय शिक्षा अलंकरण"अक्षय शिक्षा प्रबोधक 2019"
2. मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण"शिक्षादूत पुरूस्कार 2018"
3.शैक्षिक नवाचार और स्वच्छता पर कलेक्टर द्वारा 26 जनवरी 2016 को सम्मानित।
4. डाईट कोरबा द्वारा उत्कृष्ट "शिक्षक पुरूस्कार 2017"
5. डाईट द्वारा सामुदायिक सहभागिता के तहत उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित।
6. एडवांस कब मास्टर(कोरबा जिले में केवल 3,उनमें से एक)
7.जिलास्तर पर "उत्कृष्ट कार्यक्षमता पुरूस्कार2019"
8. नवोदय क्रांति परिवार द्वारा विश्व शिक्षक दिवस पर "स्मार्ट टीचर अवार्ड 2019"
9. कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता में खण्ड स्तर पर प्रथम पुरूस्कार।
10. जिला स्तरीय कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता में सहभागिता।
11. लाईफ लाइन एक्सप्रेस में सेवाकार्य हेतु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रशस्ति पत्र।
12. नवोदय क्रांति परिवार द्वारा "स्मार्ट टीचर ऑफ़ द डे" पुरूस्कार।
13. दूरस्थ वनांचल स्कूल में स्काउट की गतिविधियाँ।
14. कक्षा 3,4 व 5 के लिए प्रोजेक्टर युक्त स्मार्ट क्लास।
15. कक्षा 1 व 2 के लिए LED TV  युक्त स्मार्ट क्लास।
16. शाला विकास में मेरे द्वारा 1,00,000(एक लाख राशि खर्च)
17. सामुदायिक सहभागिता से जालीदार अहाता का निर्माण जारी(लागत करीब 60,000रु)।
18. शाला विकास "क्लीन स्कूल-ग्रीन स्कूल" की तर्ज़ पर।
19. शाला परिसर में "हर्बल गार्डन" व "किचन गार्डन" का निर्माण।
20. बच्चों के मनोरंजन हेतु खेल गतिविधियाँ एवं झूले।
21. कबाड़ की उपयोगिता 100% सुनिश्चित करना। कबाड़ से TLM निर्माण।
22. बच्चों के लिए "अफ़लातून बैंक की स्थापना"।
23. प्रत्येक वर्ष बच्चों को  स्टेशनरी, जूते मोज़े व स्वेटर आदि का निःशुल्क वितरण।
24. सामाजिक सरोकार के तहत आसपास के 120 गरीब परिवारों को निःशुल्क कम्बल वितरण।
25. महिलाओं के लिए निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण की व्यवस्था।
26. गर्मी की छुट्टियों में पूर्व छात्रों के सहयोग से घर में शिक्षा की व्यवस्था।
27. पुराने टायरों से आकर्षक TLM का निर्माण।
28. PLC के सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य।
29. विभिन्न चुनावों के समय स्काउट गाईड के साथ "मतदाता जागरूकता अभियान" चलाना।
30. समुदाय के सहयोग से कब बुलबुल के पूर्ण गणवेश के लिए 32,000रु(बत्तीस हजार रु)का कलेक्शन।

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