अशोक एक महान सम्राट था। उसका सम्पूर्ण जीवन जनसेवा मे व्यतीत हुआ। उसने प्रजा की भलाई के लिए बहुत कार्य किए। उसने अच्छी सड़कें बनवाई,सड़क के दोनों ओर छायादार वृक्ष लगवाए,कुएं खुदवाए,धर्मशालाएं बनवाई और अस्पताल खुलवाए। अशोक ने बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया था तथा बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए उसने अपने पुत्र महेंद्र तथा पुत्री संघमित्रा को लंका भेजा। लंका का राजा बौद्ध हो गया और अशोक मित्र बन गया। अशोक के कार्य इतने अच्छे थे कि उसे सम्राट अशोक पुकारा जाता है।
Question 1 of 5
उसने अपने पुत्र-पुत्री को कहाँ भेजा?
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