पूर्वी तिमोर की जनता को उम्मीद है कि राष्ट्रपति पद के रूप में जोस रामोस होरटा के हाथ में शासन की बागडोर पहुंचने से देश में शांति स्थापना की कोशिशों को बल मिलेगा। पूर्वी तिमोर भले ही छोटा-सा देश है, लेकिन होरटा का अंतरराष्ट्रीय कद काफी बड़ा है। इंडोनेशियाई शासन से देश की मुक्ति के लिए उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से करीब 25 साल तक शांतिपूर्वक सतत संघर्ष जारी रखा।इस उल्लेखनीय कार्य के लिए होरटा को वर्ष 1996 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। होरटा कहते हैं कि देश में एकता और शांति स्थापना एवं लोकतंत्र को मजबूत करना उनकी पहली प्राथमिकता है।
Question 1 of 5
पूर्वी तिमोर किस देश की शासन के अधीन रहा था?
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